
गुरुग्राम। साइबर ठगों ने एक बार फिर चालाकी दिखाते हुए गाजीपुर के पचोखर निवासी संदीप कुमार को अपना शिकार बना लिया। ठग ने खुद को संदीप का दोस्त बताकर उससे 53 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। ठग ने इतना ही नहीं, रुपये भेजने का एक फर्जी टेक्स्ट मैसेज भी भेजा ताकि पीड़ित को यकीन हो जाए। संदीप की शिकायत पर साइबर अपराध थाना मानेसर में मामला दर्ज किया गया है।
पीड़ित संदीप कुमार ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि घटना 2 अगस्त की है। उसके मोबाइल फोन पर एक व्हाट्सएप कॉल आई थी। कॉल करने वाले व्यक्ति ने खुद को उसका दोस्त बताते हुए कहा कि वह ऑनलाइन रुपये भेज रहा है, जिन्हें उसके दोस्त के नंबर पर ट्रांसफर करना है। विश्वास में लेकर कॉल करने वाले ने एक मोबाइल नंबर भी भेजा।
इसके बाद आरोपी ने 53 हजार रुपये भेजने का एक फर्जी टेक्स्ट मैसेज पीड़ित को भेजा। मैसेज देखकर संदीप को विश्वास हो गया और उसने बताए गए नंबर पर 53 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। हालांकि, रुपये भेजने के बाद जब उसने अपने बैंक खाते की जांच की, तो उसके होश उड़ गए। खाते में पैसे नहीं थे और ठग का नंबर भी बंद हो चुका था।
घटना का एहसास होते ही संदीप ने तुरंत साइबर अपराध थाना मानेसर में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की तहकीकात की जा रही है और आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
घटना स्थल: गुरुग्राम
पीड़ित: संदीप कुमार, निवासी पचोखर (गाजीपुर)
धोखाधड़ी की राशि: ₹53,000
घटना का तरीका:
जालसाज ने खुद को संदीप का दोस्त बताकर व्हाट्सएप कॉल की।
कहा कि वह ऑनलाइन पैसे भेज रहा है, जिन्हें उसके दोस्त के नंबर पर ट्रांसफर करना है।
जालसाज ने एक मोबाइल नंबर भेजा और 53 हजार रुपये का फर्जी टेक्स्ट मैसेज भी भेजा।
संदीप ने बताए गए नंबर पर ₹53,000 ट्रांसफर कर दिए।
बाद में पता चला कि खाते से पैसे कट गए हैं और ठगी हो गई है।
कानूनी कार्रवाई:
संदीप की शिकायत पर साइबर अपराध थाना, मानेसर में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस की अपील
साइबर क्राइम थाना ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल पर भरोसा न करें और रुपये ट्रांसफर करने से पहले पूरी तरह से सत्यापन करें। धोखाधड़ी का शिकार होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी थाने में सूचना दें।